Abhijeet Hatolkar

5 सर्वोत्तम तरीके जीवन जीने के

जीवन जीना यानि क्या? जब हमारी निराशा आशा में बदल जाएगी, तो जीवन अपने आप बदल जाएगा। निराशा को आशा में बदलकर हम कैसे आगे बढ़ सकते हैं, इसके बारे ...

जीवन जीना यानि क्या? जब हमारी निराशा आशा में बदल जाएगी, तो जीवन अपने आप बदल जाएगा। निराशा को आशा में बदलकर हम कैसे आगे बढ़ सकते हैं, इसके बारे में जानिऎ। हालांकि, निराशा कोई ऐसी चीज नहीं है जिसके चंगुल में फंसा कोई भी व्यक्तिइससे बाहर न निकल सके या जीवन को उम्मीद में न बदल सके। यदि आप प्रकृति के प्रति अपने प्रेम को बढ़ाते हैं और अपनी संगति में उसका विश्लेषण करते हैं, तो आपको बहुत सी ऐसी चीजें दिखाई देंगी जो आपको आनंदमय जीवन जीने और निराशा की हर भावना को त्यागने के लिए प्रेरित करेंगी। इसलिए, हम जीवन जीने के सर्वोत्तम तरीकों के बारे में चर्चाकरेंगे और निराशा को छोड़ना चाहेंगे। 5 सर्वोत्तम तरीके जीवन जीने के.

5 सर्वोत्तम तरीके जीवन जीने के
5 सर्वोत्तम तरीके जीवन जीने के | imBiking | Photo by Ali Arapoğlu from Pexels

अपनी आशाओं को जीवित रखें।

कभी भी घास के उस नरम पौधे को न देखें जिस पर लोग अक्सर अपने पैरों से चलकर आगे बढ़ते हैं और इंसानों के पैरों के नीचे बार-बार कुचले जाने के बावजूद यह जमीन पर मुरझा नहीं रहता है। हर बार वह फिरसे खिलकर उठता है और हवा में लहराने का साहस दिखाता है, इसके साथ अपनी ऊंचाई को भी बनाए रखता है।
इसलिए, जब एक छोटा और कमजोर घास का पौधा आशादायी होने का इतना बड़ा उदाहरण पेश कर सकता है, तो आप भी दिखा सकते हैं कि आप भी इंसान के रूप में कितने अद्भुत हैं। दुनिया के तमाम लेखक, महापुरुष, समाज सुधारक, नेता और विजेता आदि सभी आशावादी रहकर इस हद तक ऊंचाई तक पहुंचे हैं। अपने लिए सोचने की कोशिश करें, इन सभी महान व्यक्तियों ने जीवन में पहले निराशा को आशा में बदलने की तरकीब सीख ली, फिर वे नई आशाओं के साथ आगे बढ़ने में सक्षम हुए।

अपने मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करें।

अगर एक सैनिक निराशा में पड़ जाता है, तो उसकी हार निश्चित है और अगर यह निराशा किसी छात्रया प्रतियोगीता परीक्षाके उम्मीदवार में बस जाती है तो उसकी असफलता निश्चित है। इसका कारण यह है कि, निराशा शारीरिक और मानसिक शक्ति को निगल जाती है और उसे किसी भी कार्यमें सफलता के योग्यनहीं छोड़ती है। इसके विपरीत मन की आशा मनुष्य में उसकी शारीरिक और मानसिक शक्तिको इस कदर बढ़ा देती है कि चाहे कोई भी कठिन या बड़ा कार्य क्यों न हो, व्यक्तिकी जीत या सफलता पक्की हो जाती है। आप अपनी आंतरिक निराशा को आशा में बदल सकते हैं, आइए देखते हैं अपने जीवन में इसके कुछ असामान्य तरीके अपनाकर आप कैसे बेहतर जिन्दगी पा सकते है।

अपना जीवन कैसे व्यतीत करें।

सबसे ऊपर, सबसे पहले, दूसरों से इर्षा या घृणा करना बंद करो, कारण यह है कि नकारात्मकता एक घणा अंधेरा रहता है जहां वे भ्रष्टहोते हैं। अगर मन में नकारात्मकता है तो सकारात्मकता कभी नहीं होती। फिर जहाँ सकारात्मकता नहीं होती, वहाँ आशा नहीं रहती, क्योंकि केवल उस व्यक्तिकी सकारात्मक सोच ही अपने आप में आशा जगाती है। उजाले की चिंगारी जलाकर उम्मीद की एक नई किरण पैदा करती है।

Photo by Lukas from Pexels

दूसरा है, उन लोगों की बिल्कुल भी परवाह न करें जो केवल आप के अवगुणों की तलाश करते हैं और उन्हें उनमें से कोई अच्छेगुण नहीं देखते हैं। क्योंकि, ऐसे लोग जीवन में आशावादी रूप से आगे नहीं बढ़ सकते हैं या आगे बढ़ना नहीं चाहते हैं। उन लोगों पर ध्यान दें जो आपके सामान्य गुणों के असाधारण गुणों को बदलना पसंद करते हैं। इसके आलावा, अपनी आत्म-प्रेरणा का स्रोत बनें और अपने भीतर आशा का पौधा लगाएं।

-तीसरा, जीवन की परिस्थितियों का सामना किए या उनका विश्लेषण किए बिना कभी भी कोई निर्णय न करे या न लें। दशा और दीशा की स्थिति का विश्लेषण कर निर्णय ले। जीवन में किसी भी आपदा को स्थाई न समझें, समाधान की कामना करके साहस दिखाएं। जब हममें साहस हो और आशा का साथ दिया जाए तो हर कठिनाई का समाधान हो सकता है।

चौथा, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कुछ समय के लिए नाखुश हैं, तो क्या? यदि आप सोचते हैं कि मुझे कभी दुखी नहीं होना चाहिए, तो यह भी दुख का कारण बनता है। वैसेही, बहुत समय दुख में बिताना भी खतरे से खाली नहीं है, जीवन वह है जो खुशियों से भरा हो। लंबे समय तक दुःख सहने से जीवन बर्बाद हो जाएगा। कोई बात नहीं, दुख हमारे जीवन का एक हिस्साहै। बस इस दुख से निकलने का रास्ता खोजे और फिर से खुशियों की ओर बढ़ो।

आखिर में, दूसरों पर निर्भर रहने के बजाय, जो आपके पास है उसमें खुशी से जीवन जीने की आदत डालें, क्योंकि उस व्यक्तिमें आशा कायम नहीं रह सकती जो हमेशा छोटी-छोटी चीजों के लिए दूसरों की ओर देखता है यानि अपेक्षारखता हो। हमेशा अपने आत्मसम्मान को बनाए रखने की कोशिश करें और आत्मनिर्भर जीवन जीना सीखें। अगर हम ऐसा करते हैं तो निराशा भी आशा के सूरज की तरह चमकेगी और आगे बढ़ती रहेगी।

Summary

This article explores a person's reason for living life, tells the story of how to live life to a person surrounded by despair. In this article, the ways for that person to convert a hopeless life into hope, and how these methods help in maintaining their mental health. Your whole life goes through episodes like hope, despair, or joy and sorrow. Hence, this article provides a guide to get out of the phase of your pessimistic life. How to spend your whole life, know only in Five Best Ways to Live Life.

[rb_related title="Also in This Issue" total="2"]

मराठी सारांश

हा लेख एखाद्या व्यक्तीचे जीवन जगण्याचे कारण शोधतो, निराशेने वेढलेल्या व्यक्तीला जीवन कसे जगावे याची कथा सांगते. या लेखात त्या व्यक्तीचे हताश जीवनाचे आशेमध्ये रूपांतर करण्याचे मार्ग आणि या पद्धतीने त्यांचे मानसिक आरोग्य राखण्यात कशी मदत करतात हे सांगितले आहे. तुमचे संपूर्ण आयुष्य तुमचे सुख, दु:ख आणि आशा, निराशा यांसारख्या प्रसंगांतून जाते. म्हणूनच हा लेख तुमच्या निराशावादी जीवनाच्या टप्प्यातून बाहेर पडण्यासाठी मार्गदर्शन प्रदान करतो. तुमचे संपूर्ण आयुष्य कसे घालवायचे, जीवन जगण्याचे फक्त पाच सर्वोत्तम मार्गमध्ये जाणून घ्या.

Also read, Anger: The product of different understanding

Abhijeet Hatolkar

Upcoming Events

Today in Opinion

Antonius Bakker
Antonius "Ton" Bakker, born May 23, 1961, in the Netherlands, is a writer, speaker, and coach/trainer. With a passion for personal development, he has inspired audiences worldwide.
Antonius Bakker
Antonius "Ton" Bakker, born May 23, 1961, in the Netherlands, is a writer, speaker, and coach/trainer. With a passion for personal development, he has inspired audiences worldwide.
Sindhu Gopalkrishnan
I love writing as I get to create something beautiful and touch others with my words in the process. I love the fact that I can create a whole new world, something no one else has ever seen. Writing helps me to escape reality and create new realities. At times, I also write stuff in those stories that I can never muster the courage to say in real life. It's my safe space. I can write whatever I am feeling and I can let it all out. It's also very therapeutic to me..
Kavita Gulati
I am a writer, mother, and believer in the power of real, raw stories. I use words to create space for empathy, connection, and unfiltered conversations around life and parenthood. To make invisible feelings seen, one honest piece at a time.
Sindhu Gopalkrishnan
I love writing as I get to create something beautiful and touch others with my words in the process. I love the fact that I can create a whole new world, something no one else has ever seen. Writing helps me to escape reality and create new realities. At times, I also write stuff in those stories that I can never muster the courage to say in real life. It's my safe space. I can write whatever I am feeling and I can let it all out. It's also very therapeutic to me..

School Memories Never fade away

Sindhu Gopalkrishnan | September 16, 2025

Read more

s2Member®
Support Paris Post ×
💙 Support Paris Post — Click to Join